विश्व साहित्य संस्थान
नमन 🙏 :- विश्व साहित्य संस्थान
सर्वप्रथम " विश्व साहित्य संस्थान मंच को नमन करते हुए, गुरु जी अमिताभ सिंह जी , आदरणीय आशीष झा जी सह ज्योति झा जी को सादर प्रणाम 🙏 और बहुत बहुत धन्यवाद, जिन्होंने अपनी सहयोग से हमें नई ऊर्जा प्रदान किये है ,
जय हिन्द जय , जय हिन्दी
जय विश्व साहित्य संस्थान , जय भारत
विषय :- विश्व साहित्य संस्थान ( अपना संस्थान के बारे में )
विधा :- कविता
तिथि :- 20-06-2020
दिवस :- शनिवार , कविता :- 16(68)
आपका अपना विश्व साहित्य संस्थान है ,
गुरु अमिताभ ,आशीष जी हमारे श्रीमान है ।
संग में साहित्य सेवा करने में ज्योति झा जी की ध्यान है ।।
ये संस्थान आपका और हम रोशन का प्राण है ,
सेवा करो , जो भी जिसके पास जो ज्ञान है ।।
कला और विज्ञान है ,
इस संस्था में सबका महत्त्व समान है ।
जगे है जगाने की अभियान है ,
यहीं पूजा करूं, हमारे लिए तो यही भगवान है ।।
सुन्दर प्रकृति , नीला आसमान है ,
किसी का भी वर्णन करो ,
वर्णन करना ही हमारी और आपकी शान है ।
माँ सरस्वती की हम सब खान है ।
उन्हीं से चल रहा है और चलने वाला , हमारा
ये विश्व साहित्य संस्थान है ।।
® ✍️ रोशन कुमार झा 🇮🇳
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता भारत
ग्राम :- झोंझी, मधुबनी, बिहार
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